जानिए क्योँ Donald Trump ने लगाया Harvard University पर अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के प्रवेश पर प्रतिबंध

Donald Trump सरकार ने एक बहुत ही चौकाने वाला कदम उठाया। जिसमे उन्होंने Harvard University को अंतर्राष्ट्रीय छात्र के प्रवेश को लेकर प्रतिबंध लगा दिया है। इसका मतलब है की भारत के भी छात्र अब वहाँ पढ़ाई नहीं कर सकते हैं, फिलहाल के लिए तो नहीं। लेकिन यह निर्णय सिर्फ यूनिवर्सिटी के बारे में नहीं बल्कि कुछ और ही दिखाता है, आज के इस ब्लॉग में हम आपको पूरी जानकारी देंगे की क्यों ये प्रतिबंध लगाया गया है और इससे भारत का क्या ताल्लुक है।
Donald Trump सरकार ने क्यों लगाया Harvard University पर प्रतिबंध
Harvard University, दुनिया के जाने-माने यूनिवर्सिटीयों में से एक है। जहाँ छात्र/छात्रा देश-विदेश से शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, और हार्वर्ड जैसे यूनिवर्सिटी पर अंतर्राष्ट्रीय प्रवेश को लेकर प्रतिबंध लगना बहुत बड़ा सवाल पैदा करती है की आखिर ऐसा क्या हुआ जो यूनिवर्सिटी पर प्रतिबंध लगाया गया हो।
Donald Trump सरकार का कहना है की हार्वर्ड अपने कैम्पस की समस्याओं जैसे प्रोटेस्टस, हेट स्पीच और विदेशी प्रभाव को नहीं ठीक करता है। वहीं Donald Trump के टीम का कहना है की हार्वर्ड इन सब चीजों पर ध्यान नहीं देता है जिसके कारण प्रोटेस्टस, हेट स्पीच और विदेशी प्रभाव बढ़ने लगे हैं। इस वजह से Donald Trump सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय प्रवेश पर प्रतिबंध तथा यूनिवर्सिटी की कुछ फन्डिंग रोक दी है।
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भारतीय छात्रों पर इसका प्रभाव
प्रत्येक वर्ष, हजारों की संख्या में भारतीय छात्र अमेरिका पढ़ाई करने के लिए जाते हैं, जिसमें बहुतों का सपना हार्वर्ड जैसे यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना होता है। लेकिन अब इस नए नियम के वजह से, जो छात्र वहाँ अभी पढ़ाई कर रहें हैं उन्हे भी यूनिवर्सिटी जाने की इजाज़त नहीं है। जिसके कारण अब वह बिल्कुल परेशान हैं की अब आगे करना क्या है।
यह निर्णय सिर्फ अनुचित हीं नहीं बल्कि दुखद भी है, क्यूंकी ये छात्र दिन रात मेहनत करके प्रवेश परीक्षा पास करते हैं। उसके बावजूद उन्हे रीजेक्शन का सामना करना पड़ता है, न की उनके टैलेंट के वजह से बल्कि गंदी राजनीति के वजह से।
भारतीय उद्योगपतियों ने किया करोड़ों का दान अमेरिकी कॉलेज में
आप जानकर चकित हो जाएंगे की भारत के बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने हार्वर्ड जैसे यूनिवर्सिटी में करोड़ों का दान दिया है। उन्होंने दान देकर कई हॉस्टल एवं लाइब्रेरी बनवाए।
Anand Mahindra
भारत के बड़े हीं मशहूर एवं दिग्गज उद्योगपति Anand Mahindra, जो की महिंद्रा समूह के अध्यक्ष हैं उन्होंने 10 मिलियन डॉलर यानि की लगभग 83 करोड़ रुपया का दान हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को मानविकी केंद्र (Mahindra Humanities Centre) बनाने के लिए दिया था। जिसका नाम उनके परिवार के सम्मान में रखा गया था।
Ratan Tata
वहीं टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रत्न टाटा ने भी हार्वर्ड बिजनस स्कूल को 50 मिलियन डॉलर यानि लगभग 415 करोड़ रुपया दान दिया था। यह पैसा उन्होंने टाटा हॉल के निर्माण के लिए दिया था। यह दान भारतीय उद्योगपतियों में दिए गए दानों में सबसे बड़ा दान है।
बड़ा सवाल यह है की इतने पैसे देने के बावजूद भारतीय छात्रों को प्रवेश मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
क्या हार्वर्ड इस नुकसान को महसूस करेगा
हम सभी को लगता है की हार्वर्ड सबसे अमीर यूनिवर्सिटीयों में से एक है जिससे उसे कोई नुकसान नहीं होगा। हाँ, ये सच है की हार्वर्ड की सैविंगस् 53 बिलियन डॉलर है लेकिन इसके बावजूद उन्हे अतराष्ट्रीय छात्रों के फीस तथा अमेरिकी सरकार से मिलने वाली फन्डिंग पर निर्भर रहना पड़ता है। ट्रम्प की सरकार ने कुल 2.6 बिलियन डॉलर का फंड रोक दिया है, जिससे हार्वर्ड जरूर दबाव महसूस करेगी।
